
क्योंकि धन की संपन्नता अहंकार देती है,
और मन की संपन्नता संस्कार

कान का गहना – संतों की वाणी सुनना
मुँह का गहना – सत्य वचन बोलना
ऑख का गहना – लाज रखना
गले का गहना – मधुर वाणी बोलना
दिल का गहना – गंभीर रहना
पेट का गहना – बात पचाना
हाथों का गहना – दान देना
पैर का गहना – धर्म स्थान मे जाना
आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता
जय सच्चिदानन्द 🙏🙏