
हर रोज़ दिन मे कम से कम एक बार तो खुलकर हँसना ही चाहिए
हँसने से टेंशन डिप्रेशन दूर होता है ,
दुख हल्का होता है ,
खून में नई चेतना का संचार होता है ,
आँखों की चमक बढ़ती है ,
और वाणी मे भी मधुरता प्रकट होती है

अगर उसका साथ छूट जाये तो
वह हर रिश्ते के लिये बोझ बन जाता है
आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता
जय सच्चिदानंद 🙏🙏