
हमारी सोच, हमारे बोल, तथा हमारे कर्म ही हमारा भाग्य लिखते हैं
जो इंसान “खुद” के लिये जीता है,
उसका एक दिन “मरण” होता है
पर जो इंसान ”दूसरों” के लिये जीता है,
उसका हमेशा “स्मरण” होता है

वैसे होंगे विचार
जैसे होंगे विचार
वैसा होगा प्रभाव
और होंगे सपने साकार
आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता
जय सच्चिदानन्द 🙏🙏