किसी को यह महसूस मत होने देना कि आप अंदर से टूटे हुए हो
क्योंकि लोग टूटे हुये मकान की ईंट तक उठा ले जाते हैं
वक्त भी सिखाता है और गुरु भी,
पर दोनों में फर्क सिर्फ इतना है की,
गुरु सिखाकर इम्तेहान लेता है और,
वक्त इम्तेहान लेकर सिखाता है
आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता
जय सच्चिदानन्द 🙏🙏