एक दिन मैंने प्रभु से कहा ,भगवन मै जिसके भी चाहता हूँ वह मुझसे नाराज़ हो जाता है ,
जिसको भी अपना समझता हूँ वह दूर चला जाता है
तो प्रभु ने मुस्करा कर कहा कि आज से दुखो को भी अपना लो वह भी दूर चला जायेगा
कभी कभी उदासी की आग हैं जिंदगी
कभी कभी खुशियों का बाग हैं जिंदगी
हंसती, रुलाती , मुस्कराती है जिंदगी
कड़वे और मीठे अनुभवों का स्वाद हैं जिंदगी
पर अंत मे तो अपने किये हुए कर्मो का
हिसाब है जिंदगी
कडवा सच
अपने काम से काम रखना
दुनियाँ का सबसे मुश्किल काम है
आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता
जय सच्चिदानंद 🙏🙏