जिन्दगी चलती है ,चलते रहिए
वक्त के साथ बदलते रहिए
राह मुश्किल ही सही ,वो भी निकल जायेगी
ठोकरें खाकर भी ,संभलते रहिये
ये अंधेरा है ,जो जुगनू से भी घबराता है
सूर्य ना हो तो ,चिरागो सा जलते रहिए
उम्र भर कोई यहाँ साथ नहीं देता
अगर अकेले भी हो तो ,हँसते रहिए
कोई खुशबू नहीं ऐसी है ,जो ताउम्र रहे
जिन्दगी फूल है ,थोड़ा महकते रहिए
मदद करने के लिए सिर्फ
धन की ज़रुरत नहीं होती,
बल्कि अच्छे मन की भी ज़रुरत होती है
मन से ज्यादा उपजाऊ जगह और कोई नहीं,
क्योंकि यहाँ जो कुछ बोया जाए बढता जरूर हैं
फिर चाहे वो “प्यार” हो या “विचार”