जिन्दगी मे कभी भी हताश ना हो
विश्वास बनाये रखे …
भले ही 99 द्वार बंद क्यों ना हो जाए,
फिर भी एक द्वार कहीं ना कहीं खुला अवश्य मिलेगा
दिया जरूर जलाऊँगा चाहे मुझे ईश्वर मिले या ना मिले
हो सकता है ,दीपक की रोशनी से किसी मुसाफिर को ठोकर न लगे

मै दीप अवश्य जलाऊँगा
देश की एकजुटता का
एक दीप आशा का
एक विश्वास का
एक ज्ञान का
एक प्रकाश का
एक भूखे के निवाले का
एक बेसहारे के सहारे का
एक इंसानियत का
एक अंधकार से उजाले का
एक कुबुद्धि से सदबुद्धि का
आज ज़रूर मैं दीप जलाऊँगा
आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता
जय सच्चिदानंद 🙏🙏