जहॉ पर अपनी हर बात पर सफाई देनी पड़े
वहॉ रिश्ते कभी गहरे और सच्चे नही होते
रिश्ते और पौधे दोनो एक जैसे ही होते हैं ,
लगाकर भूल जाओ तो दोनों ही सूख जाते है
रिश्तों की चाय में चीनी जरा नाप कर डालना जनाब !!
फीकी हुई तो स्वाद नहीं आयेगा
ज्यादा मीठी हुई तो मन भर जायेगा
आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता
जय सच्चिदानन्द 🙏🙏