जिदंगी हमे जिदां रखती है
दर्द तो सिर्फ हमने पाल रखे है
लहरे कभी क्यो रूकती नही
और तूफान है कि थमता नही
झूठ और फरेब से है दिल्लगी
सच के साथ कोई चलता नही
कोई साथ चले न चले पर
सच सदैव सच ही होता है।
आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता
जय सच्चिदानंद 🙏🙏