कभी ख़ुशी की आशा, कभी मन की निराशा,
कभी ख़ुशियों की धूप, कभी हकीकत की छाँव,
कुछ खोकर कुछ पाने की आशा,
शायद यही हैं जीवन की परिभाषा.
रिश्ता ऐसा हो जिस पर सबको नाज हो
कल जितना भरोसा था, उतना ही आज हो
रिश्ता सिर्फ वो ही नही जो खुशी या गम मे साथ दे
रिश्ते तो वो है जो हर पल अपनेपन का एहसास
वो कागज़ की दौलत ही क्या
जो पानी से गल जाए और
आग से जल जाए
दौलत तो दुआओं की होती है
जो ना पानी से गलती है
ना ही आग से जलती है
भगवान का डर
और
दुनिया की शर्म
ये दो वो चीजें है
जो इंसान को इंसान
बनाए रखती है
जिन्दगी की सबसे कीमती चीज वर्तमान है
यदि वह एक बार चली गई
तो पूरी दुनिया की संपत्ति भी उसे खरीद नहीं सकती
कल कभी आता नही
आज कभी जाता नही
आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता
जय सच्चिदानंद 🙏🙏