इस दुनिया मे मेरे भी बहुत थे अपने लेकिन सच बेलने के नशे ने हमे लावारिस बना दिया
is duniya me merey bhi bahut they apane lekin sach bolnay ke nashe ne hamey lawaris bana diya
राहत भी अपनो से मिलती है ,
चाहत भी अपनो से मिलती है ,
अपनो से कभी नही रूठना क्योंकि ,
मुस्कराहट भी सिर्फ अपनो से मिलती है
raahat bhi apano se milti hai ,
chahat bhi apano se milati hai ,
apano se kabhi nahi roothana kyonki ,
muskaraahat bhi sirf apano se milti hai
क्यो कहना पड़ता है कि बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ ?
क्यो दहेज के विरूद्ध आवाज उठानी पड़ती है ?
क्यो बेटियॉ को हर क्षैत्र मे बराबर का दर्जा देने के लिये नारा लगाना पड़ता है ?
इसका अर्थ बेटियॉ के साथ कही ना कही अन्याय हो रहा है ।
वाकई मे हर बेटी को अन्याय से बचाना चाहते हो तो इसके ख़िलाफ़ लड़ने के लिये शुरूआत हर एक को अपने घर से ही करनी पड़ेगी । हर घर सुधरेगा तो समाज सुधरेगा , समाज सुधरेगा तो देश सुधरेगा ।
तभी हमारी बेटियॉ महफ़ूज़ रह पायेगी
आपकी आभारी विमला विल्सन
जय सच्चिदानंद 🙏🙏
Kyaa khub kaha….
Koyee paas nahi hotaa……Jab ham satya bolte hain…..
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Thanks
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