जल का सेवन कब फ़ायदेमंद या नुक़सानदायक ?
पानी एक औषधि है । उसका सही तरीके से उपयोग करने पर लाभ अन्यथा हानि भी हो सकती है । पानी किन किन स्थितियों मे फ़ायदेमंद या नुक़सानदायक हो सकता है ? जानिये ….
1. एसिडिटी , खट्टी डकार , पेट मे अल्सर , पेट का फूलना आदि रोग वाले लोगो को ताँबे के बर्तन मे रखे पानी का सेवन नही करना चाहिये क्योंकि यह एसिडिटी बढ़ाता है ।
2. जिन्हें एसिडिटी , पेट मे अल्सर हो उन्हें चॉदी के बर्तन मे रखे पानी का सेवन करना अच्छा रहता है क्योंकि चॉदी के बर्तन मे रखा पानी गुणवत्ता मे ठंडा तो होता ही है साथ मे इसमे कीटाणुओं को भी मारने की क्षमता होती है । यह शरीर की नसों के लिये बहुत लाभदायक है ।
3. जिन लोगो की कफ प्रकृति है ,सर्दी , ज़ुकाम , खॉसी आदि रोग से पीड़ित है ऐसे व्यक्ति को शहद और सौठ या अदरक का पानी को मिलाकर पीने से अवश्य लाभ मिलता है ।सर्दी, ज़ुकाम , खॉसी व कफ प्रकृति वाले व्यक्ति को सुबह नींबू के पानी का कभी भी सेवन नही करना चाहिये ।
4. पित प्रकृति वाले व्यक्ति सुबह पानी मे शहद डालकर ना पीये । पित के मरीज़ पानी मे नींबू के साथ शक्कर मिलाकर पी सकते है
5. वात प्रकृति के लोग सुबह पानी मे अदरक, सोठ , नींबू मिलाकर पी सकते है । यदि चाहे तो मेथी दाने का भी पानी पी सकते है ।
6. जिन लोगो को आमाश्य या पेट ( गैस्टिक ) मे तकलीफ़ हो , भोजन के बाद पेट फूलता हो , ऐसे लोगो को यदि सुबह योगासन करना हो तो सुबह खाली पेट चार गिलास पानी पीना नुक़सानदायक हो सकता है ।ऐसे व्यक्तियों को जरूरत के मुताबिक़ ही पानी का सेवन करना चाहिये ।
7. भोजन के बाद पानी का सेवन करना विष के समान माना जाता है लेकिन यह बात सब लोगो के लिये सही नही है । जिनकी पित प्रकृति या एसिडिटी है उन्हें भोजन के बाद पानी नही पीने का नियम एसिडिटी बढ़ाने मे सहायक होता है इसलिये पेट के रोगी या अल्सर वाले व्यक्ति भोजन के उपरांत पानी का सेवन कर सकते है । खाने के बाद पानी पीने से जठराग्नि मंद हो जाती है । एसिडिटी वाले लोगो मे जठराग्नि आवश्यकता से ज्यादा क्रियाशील रहती है अत: एसिडिटी वाले लोगो को भोजन के उपरांत पानी पीने से जठराग्नि मंद होने का ख़तरा नही रहता है
8. गर्मी के मौसम मे बाथरूम कम आने की दशा मे नींबू नमक वाले पानी का सेवन करे । हाई ब्लडप्रेशर वाले रोगी को नमक की बजाय बाथरूम लाने के लिये पानी के साथ चाय का सेवन कर सकते है ।
9. बाथरूम मे जलन होने पर दूध को पानी के साथ मिलाकर उसमे थोड़ी सी कालीमिर्ची व थोड़ी सी हरी इलायची डालकर , मिलाकर पीये । इसके सेवन से बाथरूम की जलनजल्दी ही ठीक हो जातीहै
10. जिन्हें किडनी का रोग हो वह मरीज़ पानी की मात्रा , बाथरूम की मात्रा के अनुपात मे ही पिये ।
11. नहाते समय सिर पेडू ( पेट का निचला हिस्सा ) पर ठंडा पानी का ही उपयोग करना चाहिये ।
12. सामान्यतः हर व्यक्ति को एक दिन मे कम से कम दो लीटर पानी का सेवन अवश्य करना चाहिये जिसे शरीर के अंदर की सफ़ाई हो जाती है व वज़न भी संतुलित रहता है ।
13.भोजन करने के उपरांत या कोई भी फ्राइड फ़ूड खाने के बाद यदि आधा कप गर्म पानी का सेवन कर लिया जाये तो वज़न नही बढ़ता है ।
लिखने मे गलती हो गई हो तो क्षमायाचना 🙏🙏
आपकी आभारी विमला विल्सन
जय सच्चिदानंद 🙏🙏
बहुत अच्छा, बहुत अच्छी जानकारी दी आपने थंकयू
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Thanks a lot
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