आज हमारा परिवार बहुत खुशहाल है क्योंकि
हमने अपनी सोच को बदली है
एक पराई बेटी ने हमे अपनाने के लिये अपना घर छोड़ा है , हमने नही
इसलिये उसे अपने घर की अपेक्षाओ के अनुरूप समझाने से पहले उसकी भावनाओं को समझने की कोशिश की
जितना प्यार , अपनापन, विश्वास ,उचित स्वतंत्रता अपने लिये चाही , उसकी भावनाओं को समझते हुये उसको भी देने की जरूरत समझी
आपकी आभारी विमला विल्सन
जय सच्चिदानंद 🙏🙏