प्रक्रति के नियम के अनुसार जो हम भोजन खाते है वह यदि चौबीस घंटे के भीतर बाहर नही निकलता है तो हम बीमार पड़ सकते है ।
इसी तरह हम पानी पीते है वह पीने के चार घण्टे बाद शरीर से बाहर नही आता है तो भी अस्वस्थता आ सकती है ।
इसी तरह हवा से जो हम श्वास लेते हैं, यदि वह कुछ ही सेकंड में वापस बाहर नही आयेगी तो हम मृत्यु को प्राप्त हो जायेंगे ।
ठीक उसी प्रकार यदि हमारे दिमाग मे कोई भी नेगेटिव विचार , गुस्सा, डर , असुरक्षा ….. आदि बाते आती है और उन सबको तुरंत ना निकालकर अपने दिल मे महीनों या सालों साल दबा कर रखते है तो एक दिन निश्चित ही हम मानसिक रोग के शिकार होकर अनेक बीमारियों को आमंत्रित करेंगे ।
इसलिये दिलो दिमाग की खिड़कियां खुली रखें
और जीवन में महक व ताजगी पाये …..
आपकी आभारी विमला मेहता
जय सच्चिदानंद 🙏🙏