ये कैसी विडम्बना है …..
हमे किसी भी इंसान के बारे मे सोच स्वयं के अनुभव के आधार पर कायम करनी चाहिये वरना लोगो का क्या ,एक ही मुलाकात मे किसी भी इंसान को अच्छा या बुरा होने का स्टेम्प लगा देते है ,
जबकि वास्तविकता के धरातल मे कोई भी इंसान सालों साल साथ रहने वालों को भी पूरी तरह पहचान ना पाता है …..विमला
जय सच्चिदानंद 🙏🙏
Bilkul sahi kahaa apne.
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धन्यवाद
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