मेरी भावना …… यह सत्य है कि सभी को सुख चाहिये व दुखो से मुक्ति । दूसरे शब्दो मे यह बोल सकते है कि मुक्त सभी होना चाहते ,बंधन कोई नही चाहता । इसलिये सभी को नित्य कुछ ना कुछ अच्छी भावनायें करनी चाहिये । भावना चिंतन को कहते है ।व्यक्ति की जैसी भावना होती…